The Fact About पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा That No One Is Suggesting
The Fact About पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा That No One Is Suggesting
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ज्या घरात पारद शिवलिंग असेल तेथे कोणताही वास्तू दोष जास्त निगेटिव्ह फळे देत नाही.
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वैसे तो पारद शिवलिंग पर जल नहीं चढ़ाया जाता है। लेकिन कुछ लोगो की बड़ी इच्छा होती है कि कम से कम एक बार तो इस पर जल चढ़ा दे। तो आप एक बात ध्यान रखे कि जैसे ही आप जल चढ़ा दे तो इसे तुरंत ही सूखे कपडे से साफ़ कर दे। क्यों कि पारद शिवलिंग सिर्फ दर्शनीय होता है इसे किसी भी तरह का जल नहीं चढ़ाया जाता है।
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वैसे तो नर्मदेश्वर शिवलिगं श्रेणी के शिवलिंग here को प्राण प्रतिष्ठा की जरूरी नहीं होती है और पारद शिवलिंग भी अपने आप में एक पवित्र लिंगम है पर फिर भी शिवलिंग को घर में स्थापित करने से पहले उसकी भली प्रकार पूजा अर्चना किया जाना बहुत आवश्यक है। आइये जानते है किसी भी पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा
प्रमेह रोग शांत्यर्थम् प्राप्नुयात मान्सेप्सितम।
पारद शिवलिंग के दाहिने तरफ घी का दीपक जलाएं।
तत्क्षणद्विलयं यान्ति रसलिंगस्सय दर्शनात्।
घर में पार्थिव शिवलिंग, धातु या स्फटिक और पारद शिवलिंग रख सकते हैं. लेकिन इनमें से श्रेष्ठ
- गन्ने के रस से अभिषेक करने पर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
नंतर गायीचे कच्या दुधाने अभिषेक करून पुन्हा गंगाजल ने अभिषेक करावा.